मध्य प्रदेश मंडला के जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग में मिलकर ब्लड माफियाओं के साथ ब्लड बैंक के कर्मियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है | दोनों ने मिलकर कार्रवाई करते हुए तीन कर्मचारियों की सेवा समाप्त कर दी और 11 कर्मचारियों को कारण बताओं नोटिस जारी कर जवाब मांगा है | जबकि अस्पताल में सक्रिय ब्लड माफिया प्रदीप वरमैया के खिलाफ कोतवाली थाना में एफआईआर दर्ज की है इस कार्रवाई के बाद जहां कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है वही माफिया प्रदीप वरमैया भूमिगत हो गया है |ब्लड बैंक कर्मियों के बीच सांढगांढ उजागर इस मामले में ब्लड माफिया और ब्लड बैंक कर्मचारियों के बीच सांढगांढ उजागर हुई है, जो जिले के भोले भाले, गरीब ग्रामीणों से मुफ्त में मिलने वाले खून के बदले हजारों रुपए लूटा करते थे.यह मामला तब उजागर हुआ जब मोहगांव क्षेत्र के एक ग्रामीण अस्पताल में भर्ती हुए थे,उनको ब्लड की जरूरत पड़ी तब ब्लड माफिया ने इस ग्रामीण से एक यूनिट ब्लड के बदले 3400 रुपए ऐठ लिए.इसके बाद ग्रामीण की शिकायत पर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य प्रशासन सक्रिय हुआ और यह कार्रवाई हुई|







ब्लड बैंक कर्मियों के बीच सांढगांढ उजागर
इस मामले में ब्लड माफिया और ब्लड बैंक कर्मचारियों के बीच सांढगांढ उजागर हुई है, जो जिले के भोले भाले, गरीब ग्रामीणों से मुफ्त में मिलने वाले खून के बदले हजारों रुपए लूटा करते थे.यह मामला तब उजागर हुआ जब मोहगांव क्षेत्र के एक ग्रामीण अस्पताल में भर्ती हुए थे,उनको ब्लड की जरूरत पड़ी तब ब्लड माफिया ने इस ग्रामीण से एक यूनिट ब्लड के बदले 3400 रुपए ऐठ लिए.इसके बाद ग्रामीण की शिकायत पर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य प्रशासन सक्रिय हुआ और यह कार्रवाई हुई|