
भयभीत बच्चों ने किसी के फोन से दी अभिभावकों को घटना की जानकारी।
माइग्रेशन कार्यक्रम के तहत उड़ीसा के मलकानगिरी स्थिति नवोदय विद्यालय में पढ़ने गए श्योपुर नवोदय विद्यालय के 16 छात्रों के साथ रैंगिंग का मामला सामने आया है। मलकानगिरी में सीनियर छात्रों द्वारा मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाते हुए 16 छात्रों के अभिभावकों ने बीते रोज जहां नवोदय विद्यालय श्योपुर के प्राचार्य को अवगत कराया, वहीं गुरुवार को कलेक्टर से मिलकर मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है।
अभिभावकों ने कलेक्टर लोकेश जांगिड़ को बताया कि श्योपुर नवोदय विद्यालय के 16 बच्चे माइग्रेशन कार्यक्रम के तहत मलकानगिरी नवोदय विद्यालय में भेजे गए हैं। लेकिन वहां कक्षा 11वीं के सीनियर छात्रों द्वारा हमारे बच्चों के साथ रैंगिंग की जा रही है और उन्हें परेशान किया जा रहा है। इस संबंध में अभिभावकों ने अपने बच्चों के चोट वाले फोटो भी कलेक्टर को दिखाए। अभिभावकों का कहना है कि पिछले कई दिनों ये स्थिति बन रही है, जिसके चलते एक छात्र को श्योपुर लौट आया है। इस मामले में नवोदय विद्यालय श्योपुर के प्राचार्य केके कटियार भी पूर्व में मलकानगिरी प्राचार्य को पत्र लिख चुके हैं। अभिभावकों की शिकायत पर मामले को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर लोकेश जांगिड़ ने तत्काल मलकानगिरी (उड़ीसा) के कलेक्टर आशीष ईश्वर पाटिल से फोन पर बात की और इस संबंध में अवगत कराया। जिस पर उन्होंने आश्वस्त किया है कि इस मामले को देखेंगे और स्वयं भी वे विद्यालय का विजिट कर बच्चों से बात करेंगे।
राष्ट्रीय एकता नीति के तहत माइग्रेशन कार्यक्रम में नवोदय विद्यालय के कक्षा 9वीं के बच्चों को एक साल के लिए दूसरे विद्यालयों में भेजा जाता है। नवोदय विद्यालय श्योपुर के प्राचार्य केके कटियार ने बताया कि श्योपुर के कक्षा 9वीं के 24 बच्चे (16 छात्र और 8 छात्राएं) मलकानगिरी नवोदय में गए हैं। कटियार के मुताबिक इनमें 16 बच्चों के साथ रैंगिंग की शिकायत आई है।







