इंदौर: इंदौर नगर निगम ने गरीब ठेले वालों पर अमानवीय कार्रवाई करते हुए उनके ठेले जब्त कर लिए और उनके सामान को सड़क पर फेंक दिया। यह घटना मंगलवार, 16 जुलाई 2024 को हुई जब नगर निगम के कर्मचारियों ने बिना किसी पूर्व सूचना के फल-फ्रूट बेचने वाली महिलाओं के ठेले जब्त कर लिए।
पीड़ित महिलाओं का आरोप:
पीड़ित महिलाओं का आरोप है कि नगर निगम के कर्मचारियों ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया और उनके सामान को सड़क पर फेंक दिया।
महिलाओं का कहना है कि वे पीढ़ी दर पीढ़ी फल-फ्रूट बेच रही हैं और नगर निगम को इसकी जानकारी भी है।
महिलाओं ने नगर निगम के अधिकारियों से गुहार लगाई कि उन्हें अपना काम करने दिया जाए, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई।
घटना का वीडियो वायरल:
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें पीड़ित महिलाएं नगर निगम के कर्मचारियों से न्याय की गुहार लगा रही हैं।
क्या कहते हैं लोग:
लोगों ने नगर निगम की इस कार्रवाई की कड़ी निंदा की है और पीड़ित महिलाओं के समर्थन में आवाज उठाई है।
लोगों का कहना है कि नगर निगम को गरीबों की रोजगार छीनने का कोई अधिकार नहीं है।
लोगों ने मांग की है कि नगर निगम पीड़ित महिलाओं को उनके ठेले वापस लौटाए और उन्हें अपना काम करने दे।
हमारी राय:
नगर निगम की यह कार्रवाई निश्चित रूप से निंदनीय है। गरीबों की रोजगार छीनना और उनके साथ अभद्र व्यवहार करना कहीं भी उचित नहीं है। नगर निगम को इस मामले में तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए और पीड़ित महिलाओं को उनके ठेले वापस लौटाने चाहिए।







