इंदौर: डिजिटल इंडिया की आड़ में बढ़ रहे हैं साइबर अपराध, रिटायर्ड बैंक अधिकारी को बनाया शिकार!
हाइलाइट्स:
- इंदौर में रिटायर्ड बैंक मैनेजर को दो दिनों तक हाउस अरेस्ट में रखा गया।
- साइबर अपराधियों ने 40 लाख रुपए की ठगी की।
- सीबीआई अधिकारी बनकर फरियादी को धमकाया गया।
- फर्जी दस्तावेज और मादक पदार्थ को लेकर डराया गया।
- पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
इंदौर, 18 जुलाई 2024: मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में एक रिटायर्ड बैंक मैनेजर को साइबर अपराधियों ने अपना शिकार बनाया। आरोपियों ने दो दिनों तक उन्हें हाउस अरेस्ट में रखा और 40 लाख रुपए की ठगी की।
पूरा मामला:
- फरियादी का नाम राकेश है, जो रिटायर्ड डिप्टी बैंक मैनेजर हैं।
- उन्हें एक फोन आया जिसमें बताया गया कि उनके नाम से एक कोरियर आया है जिसमें फर्जी दस्तावेज और मादक पदार्थ है।
- इसके बाद, साइबर अपराधियों ने सीबीआई अधिकारी बनकर राकेश से बात की।
- उन्हें डराया-धमकाया गया और दो दिनों तक घर में ही कैद रखा गया।
- इसके बाद, आरोपियों ने 40 लाख रुपए की डिमांड की और राकेश ने घबराहट में पैसे ट्रांसफर कर दिए।
- जब उन्हें एहसास हुआ कि उनके साथ ठगी हुई है तो उन्होंने साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस जांच में जुटी:
- पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
- फिलहाल, आरोपियों का पता नहीं चल पाया है।
- पुलिस फोन नंबरों के आधार पर उनकी तलाश कर रही है।
यह घटना एक बार फिर साइबर अपराधों के बढ़ते खतरे को उजागर करती है।
सावधान रहें:
- अनजान नंबरों से आई कॉल का जवाब न दें।
- किसी भी अज्ञात व्यक्ति को अपनी बैंकिंग जानकारी या ओटीपी न दें।
- किसी भी सरकारी अधिकारी को पैसे ट्रांसफर करने से पहले उनकी पहचान सत्यापित करें।
- यदि आप किसी भी प्रकार के ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार होते हैं, तो तुरंत पुलिस या साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराएं।







