गुणवत्ता पर सवाल:
पार्षद ईश्वर यादव ने बताया कि निरीक्षण के दौरान वॉर्ड क्रमांक 2 के मुख्य रोड राजघाट से बीजेपी कार्यालय तक सड़क पर चल रहे सीवरेज कार्य की गुणवत्ता संतोषजनक नहीं पाई गई। ईंटों को बजाने पर वे टूट गईं, जिससे निर्माण कार्य की घटिया गुणवत्ता उजागर हुई।
अव्यवस्था और जाम:
सीवरेज कार्य के कारण सड़कों पर भारी अव्यवस्था और जाम की स्थिति भी बनी हुई है। इस क्षेत्र में चार-पांच निजी अस्पताल और तीन-चार स्कूल होने के कारण एंबुलेंस और स्कूल वाहनों की आवाजाही में भी दिक्कत हो रही है।
आक्रोशित नागरिक:
शहर के लोग भी सीवरेज कार्य की धीमी गति और घटिया गुणवत्ता से परेशान हैं। इतने बड़े प्रोजेक्ट (करीब 1 अरब 10 करोड़ रुपए) में भी गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा जाना लोगों को खटक रहा है।
आगे की रणनीति:
पार्षदों ने सीवरेज कार्य की जांच की मांग की है और कहा है कि आगामी सावन माह में कावड़ यात्रा और सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ को ध्यान में रखते हुए सड़कों को शीघ्र व्यवस्थित किया जाए।
सीवरेज विभाग का जवाब:
सीवरेज काम के डीपीएम दीपेंद्र गोर ने आश्वासन दिया है कि दो दिनों के अंदर खुदाई वाली जगहों को ठीक कर दिया जाएगा और सड़कों की समस्या का भी समाधान कर लिया जाएगा।
निष्कर्ष:
यह सीवरेज प्रोजेक्ट बड़वानी शहर के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन गुणवत्ता और समयसीमा को लेकर उठ रहे सवालों का जल्द समाधान होना ज़रूरी है।
इस खबर से जुड़े कुछ मुख्य बिंदु:
- बड़वानी में सीवरेज कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठाए गए हैं।
- पार्षदों ने सीवरेज कार्य का निरीक्षण किया और उसकी गुणवत्ता पर सवाल खड़े किए।
- सीवरेज कार्य के कारण सड़कों पर भारी अव्यवस्था और जाम की स्थिति बनी हुई है।
- नगरपालिका ने सड़कों को शीघ्र व्यवस्थित करने का आश्वासन दिया है।







