तुर्की में इंस्टाग्राम को प्रतिबंधित कर दिया गया है। एएनआई के अनुसार, यह कदम हमास नेता इस्माइल हानिया की मृत्यु पर किए गए पोस्ट को हटाने के जवाब में उठाया गया है। हालांकि, तुर्की के इंटरनेट नियामक ने इस प्रतिबंध के कारणों का खुलासा नहीं किया है। इससे पहले तुर्की के संचार निदेशक फहरेटिन अल्तुन ने मेटा की आलोचना की थी।
अंकारा (तुर्की), एएनआई। तुर्की ने लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर प्रतिबंध लगा दिया है। तुर्की ने इस प्रतिबंध के कारणों का खुलासा नहीं किया है और न ही यह बताया है कि यह प्रतिबंध कब तक जारी रहेगा। इंस्टाग्राम पर प्रतिबंध की अवधि और कारण दोनों ही अस्पष्ट हैं।
अल जज़ीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, तुर्की ने आधिकारिक रूप से प्रतिबंध के कारण की जानकारी नहीं दी है। हालांकि, कई रिपोर्ट्स का कहना है कि तुर्की ने हमास नेता इस्माइल हानिया की हत्या के बाद संबंधित कंटेंट को हटाने के लिए इंस्टाग्राम पर प्रतिबंध लगाया है।
तुर्की ने इंस्टाग्राम पर लगाया था आरोप
रिपोर्ट के अनुसार, 02/08/2024 को बिना किसी स्पष्ट कारण के instagram.com पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इससे पहले बुधवार को तुर्की के संचार निदेशक फहरेटिन अल्तुन ने इंस्टाग्राम पर हमास नेता इस्माइल हानिया की मृत्यु पर किए गए शोक संदेशों को हटाने का आरोप लगाया था।
अल्तुन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा, “मैं इंस्टाग्राम की कड़ी आलोचना करता हूं, जो बिना किसी स्पष्ट कारण के लोगों को हानिया की शहादत पर शोक व्यक्त करने से रोक रहा है। यह एक अत्यंत स्पष्ट सेंसरशिप प्रयास है।”
उन्होंने आगे कहा, “हम इन प्लेटफार्मों के खिलाफ अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा करना जारी रखेंगे, जो बार-बार दिखाते हैं कि वे शोषण और अन्याय की वैश्विक व्यवस्था की सेवा कर रहे हैं। हम हर मौके और हर मंच पर अपने फलस्तीनी भाइयों के साथ खड़े रहेंगे। फलस्तीन जल्द या बाद में स्वतंत्र होगा। इजरायल और उसके समर्थक इसे रोक नहीं पाएंगे।”
ईरान में हमास प्रमुख की हो गई थी मौत
31 जुलाई को इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) ने घोषणा की कि ईरान की राजधानी तेहरान में हुए हमले में हमास के राजनीतिक ब्यूरो के प्रमुख इस्माइल हानिया की मृत्यु हो गई है।
आईआरजीसी ने एक बयान में बताया कि हानिया और उनके एक बॉडीगार्ड की मौत तेहरान में उनके घर पर हुए हमले के कारण हुई। प्रेस टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, बुधवार को सुबह 2 बजे (स्थानीय समय) तेहरान में हानिया के ठिकाने पर एक मिसाइल गिरा।
आईआरजीसी ने मेहर न्यूज एजेंसी को दिए बयान में कहा, “फलस्तीन के बहादुर लोगों, इस्लामी राष्ट्र और प्रतिरोध मोर्चे के योद्धाओं के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए, आज सुबह (बुधवार) तेहरान में हमास के इस्लामी प्रतिरोध के राजनीतिक कार्यालय के प्रमुख इस्माइल हानिया के आवास पर हमला किया गया। इस हमले में वे और उनके एक बॉडीगार्ड शहीद हो गए।”
तुर्की ने हानिया की हत्या की निंदा की
तुर्की के विदेश मंत्रालय ने इस्माइल हानिया की हत्या की कड़ी निंदा की है और फलस्तीनी लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। तुर्की ने इजरायल सरकार पर शांति स्थापित करने की इच्छा की कमी का आरोप लगाया है और कहा कि इस हमले का उद्देश्य गाजा में संघर्ष को क्षेत्रीय स्तर तक फैलाना था। मंत्रालय ने यह भी घोषणा की कि तुर्की फलस्तीनी लोगों के ‘न्यायसंगत उद्देश्य’ का समर्थन जारी रखेगा।
तुर्की के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “नेतन्याहू सरकार की शांति स्थापित करने की इच्छा एक बार फिर स्पष्ट हो गई है। इस हमले का मकसद गाजा में संघर्ष को क्षेत्रीय स्तर तक बढ़ाना है। अगर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने इजरायल को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो हमारे क्षेत्र को और बड़े संघर्ष का सामना करना पड़ सकता है।”







