मंडला। श्री सदगुरु कबीर पंथ महासभा के अध्यक्ष गणेश झारिया की अध्यक्षता, जिला पंचायत अध्यक्ष संजय कुशराम के मुख्य आतिथ्य ,सेवा निवृत सहायक आयुक्त एम एल.पनरिया, सेवानिवृत सहायक कोषालय अधिकारी एस डी सोनवानी, अधिवक्ता लखन झारिया एवं महासभा के संरक्षक विनोद सुरेश्वर के विशिष्ट आतिथ्य में निराकार परमब्रह्म के साधक व उपासक दुनिया के महान संत कबीर का प्राकट्य दिवस कबीर चौक में स्थित कबीर मंदिर में बड़े धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर सैकड़ो कबीरपंथियों ने मंदिर पहुंचकर अपना माथा टेका और उनके आदर्शों को आत्मसात करने का संकल्प लिया। प्रातः 10:30 बजे निशान पूजा के पूजन-अर्चन से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। दोपहर में महंत श्री मानदास जी के द्वारा चौका आरती की गई ।संध्या काल में शिक्षा-गौरव सम्मान के तहत् इसी वर्ष कक्षा दसवीं एवं बारहवीं में 80% से अधिक अंक अर्जित करने वाले कुल 20 विद्यार्थियों को स्मृति चिन्ह और सम्मान पत्र दिया गया। 90% से अधिक अंक अर्जित करने वाले विद्यार्थियों को विशेष सम्मान से नवाजा गया।
कार्यक्रम का संचालन श्याम बैरागी एवं सुनील पनेरिया द्वारा किया गया
सबसे पहले संस्था के संरक्षक एवं मार्गदर्शक विनोद सुरेश्वर ने आयोजन के उद्देश्य पर संक्षिप्त प्रकाश डाला तत्पश्चात कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संजय कुशराम ने सामाजिक योगदान को याद करते हुए कहा कि कबीर भले ही सैकड़ो वर्ष पूर्व जो बातें कही है लेकिन आज भी उनकी प्रासंगिकता है ।उनके बताएं मार्गों का अनुसरण करके एक स्वस्थ समाज का निर्माण किया जा सकता है। विशिष्ट अतिथि बसंत झरिया ने कबीर के दोहे और भजनों को उद्धृत करते हुए कहा कि वे एक महान दार्शनिक, चिंतक, विचारक और अद्भुत कवि थे। उन्होंने दुनिया की परवाह किए बिना सच कहने से नहीं चूके, उनसे शिक्षा लेते हुए हमें सदा सच के साथ खड़ा रहना चाहिए ।सभा को रमेश झारिया ,(सेवानिवृत्ति प्राचार्य) विशिष्ट अतिथि एम एल पनेरिया एस.डी. सोनवानी, महासभा के पूर्व अध्यक्ष विजय सोनवानी ने संबोधित किया ।अमूमन सभी वक्ताओं ने कबीर की निडरता ,निर्भीकता और साफगोई की चर्चा की ।सभी वक्ताओं ने कहा कि कबीर ने पाखंड औरआडंबर पर गहरा प्रहार किया है।
गीतकार श्याम बैरागी ने सुरीले अंदाज में कबीर का एक भजन – *संतो, देखत जग* *बौराना* ,सुनाया। मध्यप्रदेश की तीजन बाई के नाम से मशहूर लोक गायिका श्रीमती नीतू झारिया ने पांडवानी के तर्ज पर कबीर वाणी पेश कर कबीरपंथियों जनसमूह को मंत्रमुग्ध कर दिया ।कार्यक्रम को सफल बनाने में महासभा के कार्यकारी अध्यक्ष पी.सी, टांडेश्वर, महिला मंडल अध्यक्ष उर्मिला सोनवानी, विष्णु सोनवानी, होमन दास मोंगरे, बलराम झारिया ,रवि सोनवानी, धरम पड़वार,मुन्नालाल बैरागी, सुरेश बैरागी, मोहन झरिया, सुखलाल कांत, वीरेंद्र बघेल, अजय बैरागी, कुलदीप बैरागी, अर्जुन दास आदि का सहयोग रहा ।







