मण्डला। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 25 जून 1975 को देश में लागू आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ को लोकतंत्र का काला दिवस के रूप में मनाया। इस अवसर पर जिला भाजपा कार्यालय में संविधान हत्या दिवस के तहत मीसाबंदी सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें लोकतंत्र सेनानियों और उनके परिजनों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ मीसाबंदी सुभाष चौरसिया प्रदेश उपाध्यक्ष, मीसाबंदी संघ, भाजपा जिला अध्यक्ष प्रफुल्ल मिश्रा, कैबिनेट मंत्री संपतिया उईके, मीसाबंदी बालकिशन खंडेलवाल, सवाल दास पमनानी, श्रीमति शीला कस्तूरचंद्र जैन की पत्नी और भारत कछवाहा उपस्थित रहे। कार्यक्रम में मीसाबंदी स्व. कस्तूरचंद्र जैन की पत्नी शीला देवी जैन ने अपने पति को जेल में लिखी भावुक चि_ियां दिखाईं, जिन्हें जिला अध्यक्ष प्रफुल्ल मिश्रा ने पढक़र सुनाया। शीला देवी ने आपातकाल के दौरान की कठिनाइयों को साझा किया। मीसाबंदी बालकिशन खंडेलवाल द्वारा लिखित पत्रिका आपातकाल 1975 सलाखों में काले दिन का विमोचन भी किया गया। बालकिशन खंडेलवाल और सवाल दास पमनानी ने भी आपातकाल के अपने अनुभव सुनाए। साथ ही लघु फिल्म के माध्यम से वास्तविकता लोगों को बताई गई।

कैबिनेट मंत्री संपतिया उईके ने लोकतंत्र सेनानियों को नमन करते हुए कहा कि उनके संघर्ष और बलिदान के कारण देश में पुन: लोकतंत्र स्थापित हुआ। उन्होंने कांग्रेस पर संविधान को कमजोर करने का आरोप लगाया और कहा कि मोदी सरकार संविधान के हर अनुच्छेद को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा, बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के संविधान को कांग्रेस ने अपने स्वार्थ के लिए तोड़ा-मोड़ा, जबकि मोदी सरकार इसे आधार बनाकर हर वर्ग के कल्याण की गारंटी दे रही है। भाजपा जिलाध्यक्ष प्रफुल्ल मिश्रा ने कहा, मीसाबंदी भाजपा की अनमोल धरोहर हैं। उनके त्याग और तपस्या के कारण आज भाजपा विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बनी है। उनका और उनके परिजनों का सम्मान हमारा नैतिक दायित्व है। आयोजित कार्यक्रम का संचालन जिला संयोजक राजेश जैन ने किया जबकि आभार प्रदर्शन नगर पालिका अध्यक्ष विनोद कछवाहा ने किया। कार्यक्रम के अंत में मीसाबंदियों द्वारा भाजपा कार्यालय परिसर में वृक्षारोपण किया गया।

इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष संजय कुशराम, पूर्व जिलाध्यक्ष रोचीराम गुरुवानी, पूर्व विधायक देवसिंह सैयाम, नैनपुर नगर पालिका अध्यक्ष कृष्णा पंजवानी, बम्हनी नगर परिषद अध्यक्ष मीना हरदाहा, कार्यक्रम प्रभारी जयदत्त झा, पारस असरानी, मंजू कछवाहा, नगर मंडल अध्यक्ष शिवा रानू राजपूत, सौरभ गुप्ता, रवि सोनवानी सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे। वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 25 जून 1975 को देश में लागू आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर लोकतंत्र का काला दिवस मनाया। इस अवसर पर मंडला भाजपा कार्यालय में प्रेसवार्ता, लोकतंत्र सेनानियों का सम्मान समारोह और सरदार पटेल कॉलेज में परिचर्चा का आयोजन किया गया।

प्रेसवार्ता में जबलपुर मध्य विधायक डॉ. अभिलाष पांडे ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि 50 वर्ष पूर्व तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने सत्ता बचाने की लालसा में आपातकाल थोपा, जो भारतीय लोकतंत्र पर सबसे बड़ा हमला था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने संविधान को ताक पर रखकर प्रेस की स्वतंत्रता छीनी, न्यायपालिका को बाध्य किया और लाखों लोगों को बिना कारण जेल में डाला। डॉ. पांडे ने कहा कि आपातकाल का उद्देश्य नेहरू-गांधी परिवार का सत्ता पर वर्चस्व बनाए रखना था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस न तो संविधान को मानती थी और न ही बाबा साहब अम्बेडकर को, जिन्हें भंडारा में चुनाव हराने का प्रयास किया गया। इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष प्रफुल्ल मिश्रा, सुभाष चौरसिया और राजेश जैन उपस्थित रहे।







