मण्डला। आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष पंकज सोनी के नेतृत्व में जिले के जर्जर और बदहाल शासकीय स्कूलों के निरीक्षण की मुहिम तेज हो गई है। निरीक्षण के दौरान सामने आई भयावह स्थिति ने न केवल शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए, बल्कि प्रशासन की निष्क्रियता को भी उजागर कर दिया। जिला अध्यक्ष पंकज सोनी ने कहा, सरकारी आंकड़ों में भले ही विकास के दावे चमक रहे हों, लेकिन जमीनी हकीकत शर्मनाक है। मासूम बच्चे खंडहर जैसे स्कूलों में पढऩे को मजबूर हैं, और जिम्मेदार आंखें मूंदे बैठे हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ स्कूल परिसर में खड़े होकर उन्होंने सीधे शब्दों में कहा कि यह लड़ाई सिर्फ दीवारों की नहीं, बच्चों के भविष्य की है। आम आदमी पार्टी अब इसे जनआंदोलन का रूप देगी और सरकार को जवाबदेह बनने पर मजबूर करेगी। पंकज सोनी ने चेताया कि अगर जल्द ही इन स्कूलों की मरम्मत और शिक्षकों की तैनाती नहीं की गई, तो आम आदमी पार्टी उग्र आंदोलन करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता में अगर शिक्षा नहीं है, तो यह जनता को धोखा देना है। यह मुहिम अब केवल निरीक्षण तक सीमित नहीं रहेगी। आम आदमी पार्टी हर गांव-हर वार्ड में जाकर अभिभावकों को जागरूक करेगी और जिम्मेदारों को कटघरे में खड़ा करेगी।
स्कूल बचाओ भविष्य बचाओ अभियान
मंडला जिले के सरकारी स्कूलों की बदहाल हालत को लेकर अब आम आदमी पार्टी ने मोर्चा खोल दिया है। जिला अध्यक्ष पंकज सोनी की अगुवाई में स्कूल बचाओ भविष्य बचाओ अभियान के तहत मंगलवार को जिले के कई प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान स्कूलों की भयावह स्थिति ने सबका ध्यान खींचा कहीं छत टपक रही थी, कहीं दीवारों में दरारें थीं, तो कहीं बच्चों के बैठने तक की व्यवस्था नहीं थी।
सरकारी दावों की पोल खोलती जमीनी हकीकत
जिला अध्यक्ष पंकज सोनी ने निरीक्षण के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए कहा यह बेहद शर्मनाक और चिंताजनक है कि 21वीं सदी में भी बच्चे खंडहरनुमा भवनों में पढऩे को मजबूर हैं। सरकार केवल नारों और वादों में व्यस्त है, जबकि वास्तविकता यह है कि मंडला जिले के सैकड़ों स्कूल भवन जर्जर हो चुके हैं और कई तो भवनविहीन ही हैं। उन्होंने कहा कि यह स्थिति न केवल शिक्षा के अधिकार का हनन है, बल्कि बच्चों की जान के लिए भी खतरा है। कई स्कूलों में शौचालय और पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाएं तक उपलब्ध नहीं हैं।
प्रशासन को दी चेतावनी, जनांदोलन की तैयारी में
पंकज सोनी ने स्पष्ट चेतावनी दी कि अगर सरकार और प्रशासन ने जल्द ही स्थिति को सुधारने की दिशा में ठोस कदम नहीं उठाए, तो आम आदमी पार्टी उग्र आंदोलन शुरू करेगी। हम न तो आंख मूंदेंगे, न ही आवाज दबने देंगे। यह सिर्फ स्कूलों की दीवारों का मुद्दा नहीं है, यह हमारे बच्चों के भविष्य की लड़ाई है, उन्होंने कहा आगामी दिनों में आम आदमी पार्टी की टीम गांव-गांव जाकर अभिभावकों को जागरूक करेगी, ज्ञापन सौंपेगी और प्रशासनिक कार्यालयों पर प्रदर्शन भी करेगी। पार्टी ने यह भी संकेत दिए हैं कि जरूरत पड़ी तो शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के घेराव से भी परहेज नहीं किया जाएगा।
बदलाव की शुरुआत, चुप्पी नहीं चेतावनी है यह
पार्टी का मानना है कि शिक्षा के क्षेत्र में जो लापरवाही बरती जा रही है, वह एक सामाजिक अपराध के समान है। जिला अध्यक्ष ने कहा हम दिल्ली मॉडल की तरह यहां भी शिक्षा को प्राथमिकता देने की मांग कर रहे हैं। जब दिल्ली में सरकारी स्कूल आधुनिक और उच्च स्तरीय हो सकते हैं, तो मध्यप्रदेश में क्यों नहीं?
जनता से अपील – अब चुप मत रहो, सवाल पूछो
पंकज सोनी ने जिले की जनता, विशेष रूप से अभिभावकों से अपील की कि वे इस मुहिम से जुड़ें और सरकार से जवाब मांगें। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में जिला स्तर पर एक बड़ी जनसभा का आयोजन कर इस मुद्दे को राज्य स्तर तक पहुंचाया जाएगा।







