रायसेन: गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर रायसेन के सभी स्कूलों में धूमधाम से उत्सव मनाया गया। स्थानीय कन्या शाला में भी यह त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया, जहाँ छात्राओं ने अपने गुरुजनों का तिलक लगाकर सम्मान किया और उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। सभी गुरुओं ने छात्राओं को आशीर्वाद दिया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
गुरुओं का सम्मान और छात्रों का उत्साह:
शासकीय कन्या शाला में छात्राओं ने अपने गुरुओं के प्रति श्रद्धा और सम्मान व्यक्त करते हुए उनका तिलक लगाकर स्वागत किया। इसके बाद पुष्प वर्षा कर गुरुओं का सम्मान किया गया। गुरुजनों ने भी छात्राओं को शिक्षा का महत्व समझाते हुए उन्हें प्रेरित किया। उन्होंने छात्राओं को सदैव ज्ञान पथ पर अग्रसर रहने और जीवन में सफलता प्राप्त करने का आशीर्वाद दिया।
शिक्षा का महत्व:
शिक्षक सूर्यप्रकाश सक्सेना ने कहा, “गुरु वह हैं जिन्होंने हमें ज्ञान की रोशनी से अवगत कराया है। गुरु ही हैं जिन्होंने हमें जीवन का मार्ग दिखाया है। इसलिए गुरुओं का सम्मान करना हमारा कर्तव्य है।” उन्होंने छात्राओं को शिक्षा के महत्व पर बल देते हुए कहा कि शिक्षा ही जीवन में सफलता की कुंजी है।
छात्रों की प्रतिक्रिया:
छात्रा अनुराधा गौर ने कहा, “गुरु हमारे जीवन में माता-पिता के समान हैं। वे हमें सदैव सही मार्गदर्शन करते हैं और हमारा भला चाहते हैं। हम अपने गुरुओं के प्रति सदैव आभारी रहेंगे।”
निष्कर्ष:
गुरु पूर्णिमा का यह पर्व शिक्षकों और छात्रों के बीच अटूट बंधन का प्रतीक है। यह दिन हमें शिक्षा के महत्व को समझने और गुरुओं के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर प्रदान करता है।







