शीर्षक
- बड़वानी: नगर पालिका का अत्याचार, सड़क किनारे सब्जी बेचने वालों की रोजी-रोटी पर संकट
- बड़वानी में सब्जी विक्रेताओं का विरोध प्रदर्शन, नगर पालिका के खिलाफ उठे सवाल
- बड़वानी: नगर पालिका ने हटाए सब्जी विक्रेता, किसानों की आय पर पड़ा असर
- बड़वानी: नगर पालिका के फैसले से हजारों किसानों की रोजी-रोटी पर संकट
लेख
बड़वानी: शहर के पालाबाजार में लंबे समय से रोड किनारे सब्जी बेचने वाले किसानों को नगर पालिका द्वारा हटाए जाने से हड़कंप मच गया है। बुधवार को बड़ी संख्या में सब्जी विक्रेता किसान इस समस्या को लेकर नगर पालिका पहुंचे और नपाध्यक्ष अश्विनी निक्कू चौहान को अपनी पीड़ा बताई।
सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि वे अपने गांव से ताजी सब्जी लाकर शहर में बेचने आते हैं, लेकिन नगर पालिका वाले उन्हें बैठकर सब्जी नहीं बेचने दे रहे हैं, जिससे उन्हें मजबूरन सब्जियां वापस घर ले जाकर गाय-बैलों को खिलाना पड़ रही है।
वार्ड क्र. 16 के पार्षद प्रतिनिधि बाबूलाल धनगर ने बताया कि उनके पास सब्जी बेचने वाले आए और अपनी समस्या बताई है। ये सभी किसान ताजी सब्जी लाते हैं और नाले किनारे बैठकर दुकानें लगाते हैं। इससे उनके वॉर्डवासियों को कोई समस्या नहीं है। दो दिन पहले नगर पालिका से किसी ने जाकर इनकी दुकानों को हटाना शुरू कर दिया। जबकि हमें किसी को कोई दिक्कत नहीं है। हमने सभी से कहा है कि वे अपनी दुकानें लगाएं। कुछ होगा तो हम देखेंगे। सभी ने आकर नगर पालिका में भी अपनी समस्या बताई है। नपाध्यक्ष ने भी कह दिया है कि सभी अपनी दुकानें लगाएं।
नपाध्यक्ष अश्विनी निक्कु चौहान ने बताया कि सब्जी विक्रेताओं ने आकर अपनी समस्या बताई है। उन्हें व्यवस्थित तरीके से जगह उपलब्ध कराकर दुकानें लगाने देंगे। जिससे किसी को कोई परेशानी ना हो।
सब्जी विक्रेता रामेश्वर नरगांवे ने बताया कि, “हम लोग कई सालों से यहां सब्जी बेच रहे हैं। आज अचानक नगर पालिका वाले आकर हमारी दुकानें हटा रहे हैं। हमारे पास कोई और काम नहीं है। हमारी रोजी-रोटी पर संकट आ गया है।”
मुख्य बिंदु
- बड़वानी में नगर पालिका द्वारा सब्जी विक्रेताओं को हटाया जाना
- किसानों की रोजी-रोटी पर पड़ा असर
- नगर पालिकाध्यक्ष ने समस्या का समाधान का आश्वासन दिया
- स्थानीय पार्षद ने किसानों का समर्थन किया







