सागर, 24 जुलाई: हाल ही में हुई भारी बारिश ने सागर शहर की स्मार्ट सिटी परियोजना की पोल खोलकर रख दी है। शहर के कई वार्डों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है, जिससे लोगों को भारी असुविधा हो रही है।
कांग्रेस का आरोप: जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजकुमार पचौरी ने बारिश प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और आरोप लगाया कि स्मार्ट सिटी के तहत किए गए काम भ्रष्टाचार से भरे हुए हैं। उन्होंने कहा कि नगर निगम द्वारा शहर की नालियों की सफाई नहीं की गई है, जिसके कारण जलभराव की समस्या उत्पन्न हुई है। पचौरी ने आरोप लगाया कि स्मार्ट सिटी परियोजना में अरबों रुपये का घोटाला हुआ है और इस परियोजना के कारण आम जनता को बारिश के मौसम में और भी अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि वह इस मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करे।
भ्रष्टाचार का पर्याय बनी स्मार्ट सिटी: कांग्रेस प्रवक्ता एवं उपाध्यक्ष आशीष ज्योतिषी ने भी पचौरी के आरोपों का समर्थन किया और कहा कि स्मार्ट सिटी परियोजना भ्रष्टाचार का पर्याय बन गई है। उन्होंने इस परियोजना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की।
जलभराव से जनजीवन अस्त-व्यस्त: बारिश के कारण शहर के जिला चिकित्सालय सहित कई इलाकों में पानी भर गया है। कांग्रेस नेताओं ने स्वयं जिला चिकित्सालय में जाकर वार्डों में भरे पानी को निकाला।
निष्कर्ष: सागर शहर में हुई भारी बारिश ने स्मार्ट सिटी परियोजना की कमियों को उजागर कर दिया है। कांग्रेस ने इस परियोजना में भ्रष्टाचार होने का आरोप लगाया है और इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है।
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- सागर शहर में रहते हैं
- स्मार्ट सिटी परियोजनाओं में रुचि रखते हैं
- भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चर्चा करना चाहते हैं
कृपया ध्यान दें कि यह लेख केवल सूचना के उद्देश्य से है और किसी भी तरह से किसी व्यक्ति या संगठन के खिलाफ आरोप लगाने का इरादा नहीं है।







