मंडला। भ्रष्टाचार के खिलाफ पुलिस महानिदेशक लोकायुक्त श्री योगेश देशमुख के सख्त निर्देशों का असर अब साफ दिखने लगा है। जबलपुर लोकायुक्त टीम ने गुरुवार 11 सितंबर को जिला मुख्यालय मंडला में बड़ी कार्रवाई करते हुए जनजातीय कार्य विभाग के सहायक यंत्री को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया। लोकायुक्त कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार आवेदक रौशन कुमार तिवारी, निवासी पौराधार (अनुपपुर) ने शिकायत की थी कि उनकी फर्म बोरिंग बिल्डर्स द्वारा वर्ष 2024 में आदिवासी जनजातीय विभाग मंडला में रिपेयर एवं मेंटेनेंस का कार्य पूरा किया जा चुका है।
कार्य का बिल भुगतान कराने के बदले विभाग के सहायक यंत्री नरेन्द्र कुमार गुप्ता (61) द्वारा ₹56,000 की रिश्वत की मांग की जा रही थी। लोकायुक्त टीम ने शिकायत की पुष्टि के बाद गुरुवार को ट्रैप कार्रवाई की। तय योजना के तहत आरोपी गुप्ता को पहली किश्त के रूप में ₹20,000 लेते ही दबोच लिया गया। घटनास्थल जनजातीय कार्य विभाग कार्यालय, जिला मंडला रहा। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधन 2018) की धारा 7, 13(1)(बी) व 13(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है। ट्रैप दल में शामिल अधिकारी दल प्रभारी निरीक्षक राहुल गजभिये, निरीक्षक जितेंद्र यादव, निरीक्षक शशिकला मस्कुले, उपनिरीक्षक शिशिर पांडेय सहित जबलपुर लोकायुक्त की विशेष टीम ने कार्रवाई को अंजाम दिया। इस कार्रवाई के बाद जिले में सरकारी दफ्तरों में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर हड़कंप मच गया है।







