Digital marketing for news publishers

Home » Latest News » उमरिया : घर तक नहीं पहुंच पाती 108 जननी एक्सप्रेस जननी को पति के द्वारा गोद में उठाकर ले गए घर

उमरिया : घर तक नहीं पहुंच पाती 108 जननी एक्सप्रेस जननी को पति के द्वारा गोद में उठाकर ले गए घर

Trending Photos

आदिवासी बाहुल्य उमरिया जिले मे देश की आजादी के 78 साल बीत जाने के बाद भी घर तक नहीं पहुंच पाती 108 जननी एक्सप्रेस जननी को पति के द्वारा गोद में उठाकर ले गए घर तक वहीं बच्चों को दादी ने संभाला प्रभारी मंत्री ने कहा इन पर जरूर होगी कार्रवाही वही जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की उदासीनता आई सामने गांव मे शौचालय के अभाव में जंगल मे शौच के लिए जाने को मजबूर ग्रामीण l

मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य उमरिया जिले मे आजादी के 78 साल बाद भी मरीज को उसके घर तक गोद मे उठाकर ले जाना पड़ रहा है यह ताज़ा मामला उमरिया जिला मुख्यालय से महज 7 किलोमीटर की दूरी पर धनवाही गांव का है जहाँ शहडोल से प्रशव कराकर लौटी प्रसूता को 108 जननी एक्सप्रेस के द्वारा उसे घर तक छोड़ना था लेकिन सड़क में कीचड़ होने के कारण बीच सडक पर ही उतार कर चली गई जिसके बाद उसके परिजनों ने प्रसूता को अपने गोद पर उठाकर घर तक पहुंचाया और नवजात को दादी ने गोद पर लिया यह घटना यहाँ के जनप्रतिनिधियों के विकास के दावों की पोल खोलती है,गांव में पक्की सड़क न होने के कारण पहले भी कई बार माताओं और बच्चों को जान गंवानी पड़ी है। सरकार जहां एक ओर विकास के लाख दावे कर रही है, वहीं दूसरी ओर उमरिया जिले में विकास की यह तस्वीर सरकार को उनके झूठे विकास के लाख दावे को आईना दिखा रही है। इस घटना ने एक बार फिर से यह सवाल खड़ा किया है कि क्या सच में विकास की लहर गांव तक पहुंच पा रही है? क्या सरकारी योजनाएं और वादे सिर्फ कागजों तक ही सीमित रह गए हैं? यह घटना सरकार के दावों और वास्तविकता के बीच की खाई को स्पष्ट रूप से दिखाती है। आदिवासी बाहुल्य उमरिया जिले में इस प्रकार की मुसीबतें उत्पन्न होना आम बात हो गई है l

इस वीडियो के माध्यम से अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार के सारे दावे कितने सही है गांव की बच्चियों के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इस ग्राम मे अभी तक शौचालय नहीं बने हुए हैं जिससे गांव के बड़े बुजुर्ग महिलाओ और बच्चियों को शौच के लिए जंगल जाना पडता है जहाँ जंगली जानवरो का डर बना रहता है ग्राम वासियों द्वारा अपनी समस्याओं को लेकर कई बार जनप्रतिनिधियों एवं शासन प्रशासन को अवगत कराया गया है परंतु हालत जस की तस बने हुए हैं। ऐसी समस्याओं को लेकर ना ही शासन प्रशासन सजग है बल्कि जनप्रतिनिधियों का ध्यान भी ग्रामीणों की जीवंत समस्याओं की ओर नहीं जा रहा है यह स्थिति सरकार के लिए एक गंभीर चेतावनी है कि विकास के वास्तविक मायने क्या होते हैं और आम जनता को इन सुविधाओं से वंचित नहीं रहना चाहिए l 

जिले के प्रभारी मंत्री उमरिया दौरे पर पहुंचे तो मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि ऐसे मामले मेरे संज्ञान में आएंगे तो मैं कार्रवाही अवश्य करूंगा l 

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

advertisment

Digital marketing for news publishers
What is the capital city of France?